सुख और दुख दोनों हमारे भीतर ही होते हैं, आवश्यकता है सुख और दुख के सही पहचान की, ,,मुनिश्री विनत सागर,,
खंडवा के 70 श्रद्धालुओं ने भोपाल पहुंचकर आचार्य श्री के अवतरण दिवस में उपस्थित होकर पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त किया,
खंडवा ।। व्यक्ति की परीक्षा जीवन भर चलती रहती है ! जीवन के प्रश्न सदैव हमारा मूल्यांकन करते रहते हैं, सुख-दुख हमारे मान्य कर्म सिद्धांत पर ही निर्भर रहते है, सुख और दुख दोनों हमारे भीतर ही होते हैं, आवश्यकता सुख और दुख की सही पहचान की है, हम सुख और दुख को पहचानने में भूल करते है, विषय उपयोग आदि मे सुख नही मिलता ,जीवन जितना राग ,द्वेष,मोह,माया आदि से विरक्त होगा ,जीवन उतना सुखी होगा, समाज के सचिव सुनील जैन ने बताया कि खंडवा नगर में पहली बार चातुर्मास के दौरान मुनेश्वरी विनत सागर एवं विश्वमीत सागर महाराज के सानिध्य में जैन धर्म के प्रमुख भक्तांबर स्त्रोत के प्रत्येक प्रसंग को समझने के लिए 48 दिवसीय भक्तांबर शिविर सराफा जैन धर्मशाला में धार्मिक भक्ति और उत्साह के साथ चल रहा है, मुनि श्री प्रवचन के माध्यम से एक एक-एक प्रसंग को समझा रहे हैं, बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे है, मुनि सेवा समिति के प्रचार मंत्री सुनील जैन,प्रेमांशु जैन जैन ने बताया कि गुरुवार को प.पू मुनि विनतसागर मुनिराज ने भक्तामर शिविर मे श्रावकों को संबोधित करते हुये परिग्रह,मान आदि से परे रहने को कहा,
प्रवचन पश्चात आहारचर्या संजय अजय, माला, वैशाली गदिया परिवार एवं संजय संदीप जैन परिवार के सहयोग से संपन्न हुई, इससे पूर्व अडतालीस दिवसीय भक्तामर शिविर सानंद संपन्न हुआ, जिसका निष्ठापन भक्तामर विधान के रूप मे 6 अक्टूबर रविवार को किया जायेगा, मंगलवार बुधवार को खंडवा में विराजमान मुनी संघ के दीक्षागुरु उच्चारणाचार्य विनम्रसागरजी महाराज का 62 वां अवतरण दिवस पर खंडवा जैन समाज के वृहद प्रतिनिधी मंडल ने भोपाल जाकर गुरूदेव के सानिध्य मे मनाया,
इस अवसर पर भोपाल में पूज्य गुरुदेव की संगीतमय पूजन कर आशीष प्राप्त किया गया, तीर्थ यात्रियों ने यात्रा के दौरान आष्टा एवं नेमावर में मंदिरों के दर्शन कर विराजित मुनिसंघ से आशीर्वाद भी प्राप्त किया, यात्रा मे वीरेंद्र भट्टयान, दीपक सेठी,पवन गदिया, कैलाश पहाडिया, अर्पित जैन,अविनाश जैन,पंकज सेठी सहित सत्तर समाजजन उपस्थित रहे।