पिछली सरकारों में कई मंत्री पदों पर रह चुके गिदोन सार को फिर से कैबिनेट में शामिल किया गया है। इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अतीत के गिले-शिकवों को पीछे छोड़ दिया है।
हिजबुल्ला के साथ तनाव के बीच इस्राइल की राजनीति में बड़ी हलचल हुई है। यहां, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सरकार में विपक्षी नेता गिदोन सार शामिल हो गए हैं। सार के सरकार में वापसी पर इस्राइली पीएम ने स्वागत किया। साथ ही जटिल समस्याओं के दौरान बेहतर समाधान प्रस्तुत करने की काबिलियत की तारीफ की। वहीं न्यू होप पार्टी के नेता गिदोन सार ने कहा कि देश जिस स्थिति से जूझ रहा है। ऐसे में यह देशभक्ति करने का सही समय है।
नेतन्याहू ने कहा- अतीत के गिले-शिकवों को पीछे छोड़ा
पिछली सरकारों में कई मंत्री पदों पर रह चुके गिदोन सार को फिर से कैबिनेट में शामिल किया गया है। इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘यह तो सबको पता है कि अतीत में हमारे बीच मतभेद रहे हैं। मगर अब अतीत के गिले-शिकवों को पीछे छोड़ दिया है। शक्ति संतुलन में बदलाव के साथ ही हमारे क्षेत्र में नए गठबंधन बनाने की भी संभावना है। क्योंकि इस्राइल जीत रहा है। इन दिनों हमारे दोस्त और दुश्मन इस्राइल को मजबूत, दृढ़ निश्चयी और शक्तिशाली देश के रूप में देख रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि मगर इस्राइल के नागरिकों के लिए चुनौतीपूर्ण दिन आने वाले हैं। क्योंकि हम अभी कठिन युद्ध के बीच में हैं। इसलिए मजबूती से खड़े रहना जरूरी है।
गिदोन सार के सरकार में शामिल होने के बाद नेतन्याहू सत्तारूढ़ गठबंधन का विस्तार हुआ है। नेतन्याहू ने कहा कि सार को सुरक्षा कैबिनेट में जगह दी जाएगी, जो मौजूदा युद्ध के प्रबंधन की देखरेख करती है। सार चार सदस्यीय न्यू होप पार्टी का नेतृत्व करते हैं। उनके गठबंधन में शामिल होने के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन में 68 सदस्य हो गए हैं।
वहीं, गिदोन सार ने सरकार में शामिल करने पर नेतन्याहू का आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘मौजूदा दौर में इस्राइल की सरकार, उसकी एकता और सामंजस्य को मजबूत करना बेहद जरूरी है। इसलिए मैनें प्रधानमंत्री नेतन्याहू के अनुरोध को स्वीकार किया। मैनें भी अपने अनुभव और योग्यता के जरिये सरकार के काम में योगदान देने का आग्रह किया था। क्योंकि यह देशभक्ति करने के लिए सही समय है। मैं कोई विभाग के मंत्री के बिना गठबंधन में शामिल हो रहा हूं।’
सार के प्रवेश को स्थानीय मीडिया द्वारा नेतन्याहू की गठबंधन सरकार को मजबूत करने और सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा गया था। सार के सरकार गठबंधन में शामिल होने से 120 सीटों वाली इस्राइली संसद में उसका समर्थन 64 से 68 हो गया है, जिससे कैबिनेट पर दूर-दराज दलों की वास्तविक वीटो शक्ति कमजोर हो गई है। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब इस्राइल ने लेबनान, गाजा और पूरे मध्य पूर्व में अपने हमलों को तेज कर दिया है, जो तेजी से एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध की तरह दिख रहा है।