इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच लड़ाई लगातार भीषण होती जा रही है जिसकी कीमत लेबनान के आम लोग भी चुका रहे हैं. भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर शाम इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक के बाद एक कई एयरस्ट्राइक कीं. ये हमला यूएनजीसी में नेतन्याहू के भाषण के बाद हुआ है. इसे इजरायल का लेबनान में सबसे भीषण हमला माना जा रहा है.
इस हमले के बाद आसमान में धुएं के गुबार छा गए. इजरायल ने बेरूत स्थित हिज्बुल्लाह के मुख्यालय पर भी हमला किया. ये मुख्यालय एक रियाशी इमारत के नीचे था. बताया जा रहा है कि इसमें हिज्बुल्लाह चीफ नसरल्लाह ने बंकर बनाया हुआ था. पहले बताया गया था कि बंकर में नरसल्लाह हो सकता है.
हालांकि सूत्रों की मानें तो हिज्बुल्लाह की तरफ से इसका खंडन कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि हमले से पहले इजरायल ने अमेरिका को भी इसकी जानकारी दी थी. इन हमलों में 6 इमारते पूरी तरह तबाह हो गईं. इस हमले में 2 की मौत हुई है जबकि 70 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं.
हिज्बुल्लाह ने संगठन चीफ नसरल्लाह की मौत की पुष्टि कर दी है. हिज्बुल्लाह की तरफ से बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है, “हिजबुल्लाह के महासचिव महामहिम सैय्यद हसन नसरल्लाह अपने महान अमर शहीद साथियों में शामिल हो गए हैं, जिनके मार्ग पर उन्होंने लगभग तीस वर्षों तक नेतृत्व किया. 1992 में इस्लामिक प्रतिरोध के शहीदों के गुरु के उत्तराधिकारी बने, 2000 में लेबनान की मुक्ति तक और 2006 में शानदार दिव्य विजय और सम्मान और बलिदान की सभी लड़ाइयों तक, फिलिस्तीन, गाजा और उत्पीड़ित फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन और वीरता की लड़ाई में पहुंचे.”
हिज्बुल्लाह ने आगे कहा, “हम उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. हिज्बुल्लाह का नेतृत्व बलिदान और शहीदों से भरे हमारे मार्ग में सर्वोच्च, पवित्र और सबसे कीमती शहीद को दुश्मन का सामना करने, गाजा और फिलिस्तीन का समर्थन करने और लेबनान और उसके दृढ़ और सम्माननीय लोगों की रक्षा करने के लिए अपने जिहाद को जारी रखने की प्रतिज्ञा करता है.”
इस बीच ईरान ने लेबनान और फिलिस्तीन में इजरायल के हमलों से निपटने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्य देशों के नेताओं की तत्काल बैठक बुलाने का आह्वान किया. शुक्रवार को OIC के विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए ईरानी उप विदेश मंत्री (कानूनी और अंतर्राष्ट्रीय मामलों) काज़ेम गरीबाबादी ने फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों का समर्थन करने में इस्लामी देशों के बीच एकता और एकजुटता के महत्व पर जोर दिया.
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट के डेटा से पता चलता है कि तेहरान से लेबनान या सीरिया की ओर जा रही ईरानी केशम फ़ार्स एयर की एक फ्लाइट ने आज सुबह इराकी हवाई क्षेत्र में यू-टर्न ले लिया। यह घटना हिज्बुल्लाह हेडक्वार्टर पर इजरायली हमलों के बाद हुई.
लेबनान के सार्वजनिक निर्माण और परिवहन मंत्री अली हामिया को लेबनानी मीडिया ने यह कहते हुए उद्धृत किया है कि उन्होंने एक ईरानी विमान को बेरूत के हवाई अड्डे पर उतरने और लेबनानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश न करने का निर्देश दिया था, जब इज़रायल ने हवाई अड्डे के नियंत्रण टॉवर पर नियंत्रण कर लिया था और चेतावनी दी थी कि अगर विमान लेबनान में उतरा तो वह बल का प्रयोग करेगा.
ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई ने बयान जारी किया है. सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कहा कि लेबनान में हमले से इजरायल की क्रूरता उजागर हुई है. इजरायल ने बर्बरता की है, निहत्थे लोगों को निशाना बनाया है. इजरायल की यह नीति मूर्खतापूर्ण है. खामेनेई ने यह भी कहा, इजरायल ने गाजा युद्ध से कोई सबक नहीं सीखा. हिज्बुल्लाह के सामने इजराइल बहुत छोटा है. हम लेबनान के साथ मजबूती से खड़े हैं.
इजरायली मीडिया के मुताबाकि हिज्बुल्लाह के मुख्यालय पर 80 से ज़्यादा बम गिराए गए, जहां संगठन के चीफ नसरल्लाह की हत्या हुई. हर बम पर औसतन एक टन विस्फोटक था. बंकरों को भेदने वाले बमों का भी इस्तेमाल किया गया.
इजरायल द्वारा लेबनान में बमबारी के बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वापस अपने देश इजरायल लौट आए हैं. वे बीते दिन संयुक्त राष्ट्र में शामिल होने पहुंचे थे. वहां उन्होंने भाषण भी दिया था.
ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को कड़ी सुरक्षा के बीच सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. सूत्रों के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है और वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.इजरायल ने बेरूत हवाई अड्डे के नियंत्रण टॉवर की प्रसारण फ्रीक्वेंसी पर कब्जा किया और एक ईरानी विमान को लेबनान में उतरने से रोकने का आदेश दिया है. लेबनान के एमटीवी नेटवर्क ने हाल ही में परिवहन और लोक निर्माण मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया है (जिसका नेतृत्व हिज़्बुल्लाह के मंत्री अली हमिया कर रहे हैं) कि इजरायल ने बेरूत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की प्रसारण फ्रीक्वेंसी पर कब्जा कर लिया है और हवाई अड्डे को आदेश दिया है कि एक ईरानी विमान को उतरने से रोका जाए. यदि इस आदेश का पालन नहीं किया गया, तो “बल प्रयोग” किया जाएगा. इसके बाद, लेबनान के परिवहन मंत्री (जिनका संबंध हिज़्बुल्लाह से है) ने ईरानी विमान को बेरूत में न उतरने का आदेश दिया.ईरान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की एक आपात बैठक बुलाने की मांग की है. यह कदम पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और क्षेत्रीय मुद्दों के मद्देनज़र उठाया गया है. एक ईरानी विमान जो लेबनान की राजधानी बेरूत की ओर जा रहा था, उसे बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा. लेबनान के परिवहन मंत्री ने देश में सभी ईरानी विमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस फैसले से ईरान और लेबनान के बीच हवाई यात्रा पर गहरा असर पड़ सकता है.
इजरायल ने हिज्बुल्लाह चीफ हसन नरसल्लाह को मारने का दावा किया है. इजरायल डिफेंस फोर्स ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, ‘हसन नसरल्लाह अब दुनिया को आतंकित नहीं कर पाएगा.’
दमिश्क: सीरियाई विदेश मंत्रालय ने बेरूत में हुए ताज़ा इजरायली हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “मानवता के खिलाफ एक नया अपराध” बताया है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “सीरियाई अरब गणराज्य इन निरंतर अपराधों की कड़ी निंदा करता है.
बेरूत: हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की बेटी ज़ैनब नसरल्लाह की मौत की खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को दक्षिणी बेरूत में हिज़्बुल्लाह ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमले में ज़ैनब की मौत हुई है. यह जानकारी द जेरूसलम पोस्ट ने इज़राइल के चैनल 12 के हवाले से दी है. हालांकि, अब तक हिज़्बुल्लाह या लेबनान के किसी भी आधिकारिक स्रोत द्वारा इस घटना की पुष्टि नहीं की गई है.
इज़राइली सेना ने बेरुत के अल-बराजनेह और अल-हदाथ इलाकों के निवासियों को तुरंत अपने घर छोड़ने और 500 मीटर से अधिक दूर जाने का आदेश दिया है, क्योंकि हिज़्बुल्लाह पर इज़राइली हमले जारी हैं. इज़राइली सेना के अरबी भाषा के प्रवक्ता अवीचाय अद्राई ने शनिवार को एक बयान में कहा, “आप हिज़्बुल्लाह के ठिकानों के पास हैं, और अपनी और अपने प्रियजनों की सुरक्षा के लिए आपको तुरंत इमारतों को खाली कर देना चाहिए और 500 मीटर से कम दूरी तक नहीं रुकना चाहिए.” सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यह आदेश इज़राइली हमलों के बढ़ते खतरों के बीच दिया गया है.
IDF ने दावा किया है कि, ‘मुहम्मद अली इस्माइल, दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह के मिसाइल यूनिट के कमांडर और उसके डिप्टी हुसैन अहमद इस्माइल को एक सटीक आईएएफ (इज़राइल एयर फोर्स) हमले में मार गिराया गया. अली इस्माइल पर इज़राइल के खिलाफ कई आतंकी हमलों की जिम्मेदारी थी, जिनमें इज़राइली क्षेत्र पर रॉकेट फायर करना और बुधवार को मध्य इज़राइल की ओर सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल लॉन्च करना शामिल था. इससे पहले हिज़बुल्लाह के मिसाइल और रॉकेट बल के प्रमुख, इब्राहिम मुहम्मद क़बीसी, और इस यूनिट के अन्य वरिष्ठ कमांडरों का भी सफाया किया जा चुका है.’
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बेरुत में हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को निशाना बनाकर की गई इज़राइल की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि दुश्मनों ने सोचा कि “हम मकड़ी के जाले की तरह हैं”, लेकिन वो ये नहीं जानते कि ‘हम इस्पात के बने हैं’ नेतन्याहू ने ये बयान अमेरिका से अपने घर लौटने से ठीक पहले दिया, जब इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच तनाव बढ़ रहा था.
हिज्बुल्लाह ने इजरायल के उस दावे को खारिज किया है जिसमें कहा गया था कि शुक्रवार को बेरूत में उसने जिन रिहायशी इमारतों को निशाना बनाया उनमें उसने हथियार जमा कर रखे थे.
बेरूत पर शनिवार तड़के भी इजरायली हमले जारी हैं. इजरायली सेना ने कहा है कि उसने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह की मिसाइल यूनिट के कमांडर मुहम्मद अली इस्माइल और उसके डिप्टी होसैन अहमद इस्माइल को मार गिराया है.
लेबनानी सशस्त्र समूह के एक करीबी सूत्र ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि शुक्रवार शाम को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर इजरायल के हमलों के बाद हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह से संपर्क नहीं किया जा सका.
बेरूत में एक और ताजा विस्फोट की आवाज सुनी गई है. इससे पहले शुक्रवार को इजरायल ने बेरूत में बड़ा रॉकेट हमला किया था जिसमें आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह के हेडक्वार्टर को भी निशाना बनाया गया था.