पत्रकारिता और निर्वाचन दोनों कार्यों में धैर्य जरूरी,
एमसीयू कैंपस कर्मवीर विद्यापीठ में निर्वाचन प्रक्रिया पर हुआ व्याख्यान,
जिला निर्वाचन पर्यवेक्षक प्रफुल्ल कुमार शुक्ला ने शांत की मीडिया के विद्यार्थियों की जिज्ञासा ,
खंडवा। निर्वाचन और पत्रकारिता का काम अतिउत्साह में नहीं किया जा सकता। इन कामों में गंभीरता जरूरी है, दोनो ही क्षेत्रों में अनुशासित रहकर नियम और सीमाओं में रहकर धैर्य और नियम से काम होता है। मीडिया के विद्यार्थियों को हर क्षेत्र की जानकारी होना चाहिए ताकि भविष्य में वे बेहतर पत्रकार बन देश की सेवा कर सकें,
यह बात जिला निर्वाचन पर्यवेक्षक प्रफुल्ल कुमार शुक्ला ने कही। वे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवम संचार विश्वविद्यालय के विस्तार परिसर कर्मवीर विद्यापीठ में निर्वाचन विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने बताया कोई व्यक्ति जो किसी शहर में रह रहा है, और काम के बाद वहीं सो रहा है वो उस स्थान पर वोटिंग का अधिकारी होता है, ये प्रावधान नियम में है। इससे कोई भी नागरिक निर्वाचन के अधिकार से वंचित न रहे। निर्वाचन के दौरान प्रचार के लिए राजनीतिक पार्टियां निजी भवन पर भी प्रचार नहीं कर सकती। अगर शिकायत हो जाए तो प्रत्याशी के विरुद्ध कारवाई की जा सकती है। वोटिंग मशीन की शिकायतों पर उन्होंने कहा मतदान के 45 मिनट पहले मॉक पोल होता है इससे यह होता है कि काम पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहा है। मशीनों पर आरोप लगाने कि संभावना नहीं रहती है।
वीवीपेट मशीनें इस प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाती है। उन्होंने बताया इससे पहले भी मशीनों की सतत निगरानी की जाती है। वेयर हाउस में रखी हुई मशीनों का हर माह निरीक्षण होता है। हर तीन माह में राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों की निगरानी में उनकी जांच की जाती है। ईवीएम मशीनों के हैक होने की खबरों पर उन्होंने कहा मशीनों न तो इंटरनेट से जुड़ी होती है न ही बिजली से संचालित होती है। ऐसी स्थिति में उसे हैक कर पाना संभव नहीं है। मशीनों को बूथ पर रखने के पहले उसका मॉक टेस्ट कराया जाता है, समाजसेवी व पत्रकार सुनील जैन ने बताया कि इससे पूर्व कर्मवीर विद्यापीठ के निदेशक प्रो. डॉ. मनोज निवारिया ने व्याख्यान सत्र का शुभारंभ करते हुए कहा निर्वाचन और पत्रकारिता साथ साथ चलती हैं। इस क्षेत्र में उतरने से पहले विद्यार्थियों के मन में जिज्ञासा होती है कि प्रशासनिक हलकों में किस तरह कार्य किया जाता है। विद्यार्थियों की इन्हीं जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए कर्मवीर में इस प्रकार के विशेष व्याख्यान आयोजित कराए जाते हैं। व्याख्यान के बाद प्रश्नोत्तरी हुई जिसमें विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान किया गया। सत्र का संचालन मीडिया शिक्षक श्री आसिफ सिद्दीकी ने किया। इस अवसर पर शिक्षक श्री प्रमोद सिंहा, श्री हर्ष उपाध्याय, श्री निशात मोहम्मद सिद्दीकी, श्री जितेंद्र यादव, सुश्री पूजा पाटीदार, श्री प्रांजल सोहनी के साथ ही यूनिवर्सिटी के कार्यालयीन स्टॉफ श्री राजेंद्र परसाई, श्री ओमप्रकाश चौरे, श्री महेश यादव, श्री किशोर लगस, श्री सागर चावरे मौजूद थे। आभार प्रदर्शन मीडिया शिक्षक श्री प्रमोद सिंहा ने किया।